Editorial: भारत-ग्रीस संबंध: नए समर्थन का निर्माण
दिनांक: 2024-02-21
प्रमुख संदर्भ:
- भारत और ग्रीस ने सुरक्षा उत्पादन, व्यापार, और सुरक्षितता के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का समझौता किया है।
- ग्रीक प्रधानमंत्री Kyriakos Mitsotakis की यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने सहयोग में हुई प्रगति का मूल्यांकन किया।
- भारत के प्रयासों ने सैन्य हार्डवेयर को सहयोग से विकसित करने और उत्पादित करने की अवसरों को उत्पन्न किया है।
- आने वाले समय में प्रवासन और चलनबदल के पैक्ट को शीघ्र पूरा किया जाएगा, जिससे कानूनी प्रवास, मानव तस्करी का निवारण, और युवाओं को ग्रीस में काम करने का अवसर मिलेगा।
- ग्रीस ने भारत को भूमि-सागर में स्थिरता और सुरक्षा के प्रमुख स्तंभों में से एक के रूप में बताया है और दोनों देशों ने 2030 तक व्यापार को दोगुना करने की प्राथमिकता दी है।
आलेख का विश्लेषण:
- सुरक्षा उत्पादन और व्यापार में सहयोग: भारत और ग्रीस ने सुरक्षा उत्पादन और व्यापार क्षेत्र में सहयोग में वृद्धि करने का समझौता किया है, जिससे वे अपने संबंधों को मजबूती दे रहे हैं।
- प्रवासन और चलनबदल पैक्ट: दोनों देशों ने विचार किया है कि मानव तस्करी और युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलेगा जब वे अपने प्रवासन और चलनबदल पैक्ट को तेजी से समाप्त करेंगे।
- व्यापार में वृद्धि: ग्रीक प्रधानमंत्री ने भारत को भूमि-सागर क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा के मुख्य स्तंभ माना है और वे दोनों देशों के बीच व्यापार को दोगुना करने की चुनौती देते हैं।
- नए क्षेत्रों में सहयोग: दोनों देशों ने फार्मास्यूटिकल्स, कृषि, मेडिकल डिवाइस, प्रौद्योगिकी, नवाचार, और अंतरिक्ष में सहयोग के नए अवसरों की पहचान की है।
- संयुक्त प्रतिबद्धता: सुरक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में वृद्धि ने दोनों देशों के बीच गहरे विश्वास की प्रतीति को प्रतिबद्ध किया है और एक कामक
ाजी समूह की स्थापना ने साइबर सुरक्षा, आतंकवाद प्रतिरोध, और समुद्री सुरक्षा जैसे सामान्य चुनौतियों में समन्वय बढ़ाने में मदद करेगा।
- वैश्विक चुनौतियों का सामना: भारत और ग्रीस ने उक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया में स्थिति, जलवायु परिवर्तन, और खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोग में भागीदारी करने का समझौता किया है।
सारांश में, ग्रीस और भारत के बीच स्थिर और सशक्त संबंधों की ऊंचाई को बढ़ावा देने का एक नया पहलु आया है। इस सहयोग के माध्यम से वे विभिन्न क्षेत्रों में अपने अभियांत्रण को मजबूत बना रहे हैं और साथ ही वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सहयोग कर रहे हैं।